सत्ता मिली तो सुरूर चढ़ गया !
भिवाड़ी में बयान
देखर कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना ने सब
को डरा दिया है। दरअसल उन्होंने कहा है कि केंद्र और सूबे में उनकी सरकार है।
उन्होंने सवाल भी पूछे हैं कि अगर हर जगह उनके लोग हैं तो विकास को किस दरवाजे से
लाओगे। हेम सिंह भड़ाना का ये भड़कीला बयान तब आय़ा जब निकाय चुनाव नजदीक हैं। अब
सवाल है कि क्या लोकतंत्र की रूप रेखा भी डर के साए में तैयार की जाएगी। और क्या
खौफ दिखाकर वोट बटोरे जा सकते हैं।
जीत के बाद गुरूर बढ़
गया !
लोकतंत्र
की परिभाषा बदलने जनहित में जारी एक नया बयान आया है। सत्ता की ताकत दिखाकर सियासत
का नया पैगाम आया है...हवाला ये है कि केंद्र में उनकी सरकार है...सूबे में भी
उनकी सत्ता है...MP भी उनके है और विधायक भी। और सवाल पूछे गए हैं कि अब बताओ किस दरवाजे
या खिड़की से सूबे का विकास कराओगे।
डर के साए में होगा
निकाय चुनाव ?
सियासत
की ये समझदारी किसके लिए। लोकतंत्र की ये नई भागिदारी किसके लिए...कहते हैं कि डर
से कामों का क्रियान्वन होता है तो क्या अब लोकतंत्र का भी निर्माण इसी ब्रम्ह
वाक्य से होगा।
सत्ता की शक्ति का
कितना होगा प्रभाव
?
क्या
सत्ता के सुरूर ने गुरूर बढ़ा दिया है...या सूबे में कैबिनेट मंत्री और निकाय
चुनाव का प्रभार संभाले रहे बीजेपी के शिरोमणी हेमसिंह भड़ाना ने ये मान लिया है
कि संसद से नया कानून पारित होगा और लोकतंत्र की रूपरेखा को एकल पार्टी तंत्र में
बदल दिया जाएगा।
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