बीजेपी के बड़े नेता
बीमार हुए तो उनके बेटे ने बीमारी के लिए पार्टी को जिम्मेदार ठहरा दिया...जिसके
बाद सवाल उठने लगे कि क्या पार्टी की अनदेखी नेताओं को बीमार कर रही है...और अगर
इसमें सच्चाई है तो इसके शिकार कितने हो चुके हैं।
पिता की उपेक्षा से बेटा परेशान
बीजेपी के एक बड़े
नेता बीमारी के बाद अस्पताल में हैं और बाहर बखेड़ा खड़ा हो गया। सियासी बवाल की
शुरुआत उनके बेटे के बयान से शुरू हुई...जिसके बाद सवाल उठने लगे कि पार्टी में सब
कुछ ठीक तो है।
बेटे के बयान से बढ़ा सियासी घमासान
उनके पास भले ही कोई
ओहदा नहीं हो...लेकिन विधायक धनश्याम तिवाड़ी पार्टी के बड़े नेता हैं...इसलिए इस
पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी कुछ नहीं बोलेंगे....लेकिन जिसे बोलना था...उसने
सब कुछ बयां कर दिया।
अनदेखी के दर्द ने पहुंचाया अस्पताल !
मर्ज का इलाज ढूंढने
अब बेटा अखिलेश तिवाड़ी सियासी मैदान में है। निशाने पर सूबे के हुकमरान हैं, लेकिन
सवाल है कि जिस बीमारी की वजह को घनश्याम तिवाड़ी के बेटे अखिलेश तिवाड़ी ने आसानी
से पहचान लिया क्या पार्टी में ओहदा रखने वालों में वो कूवत है...की वो सीधे मुंह
बात भी कर पाएं।
इलाज तलाशने बेटा निकला मैदान ?
घनश्याम तिवारी की
बीमारी के बाद बढ़े सियासी घमासान ने अब सवाल खड़े किए हैं कि क्या पार्टी की
अनदेखी नेताओं को बीमार कर रही है...और अगर ये सच है तो इसके शिकार कितने हैं
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