क्या अब राजस्थान लोक सवा आयोग नए अधिकारियों की
भर्ती नहीं करवा पाएगा...क्योंकि पिछले तीन साल में RPSC के जरिए एक भी अधिकारी की भर्ती नहीं हुई
है...लेकिन जिस तरह से मामला कोर्ट में पड़ा हुआ है...आगे की तस्वीर भी धुंधली ही दिखाई
दे रही है। अब सवाल है कि RPSC की गलतियों का खामियाजा वो अभियर्थी क्यों भुगते,
जिन्हों मेहनत से इम्तिहान पास किया।
RPSC की
परीक्षा बनी मजाक!
सब्र का बांध अब हिचकियां लेने लगा है...और जिन
आंखों ने अपने साथ सूबे की तकदीर सुधारने का ख्वाब देखा था...वो आंखें दरकती हुई पानी
बहा रही है...लेकिन फिर भी इन आंसूओं को मरुधरा की धरती पर देखना ना मुमकिन सा हो
गया है...क्योंकि तीन साल में RPSC ने एक भी अधिकारी की भर्ती नहीं की है...और आगे
की उम्मीद भी रेगिस्तान को हरा करने जैसी लग रही है।
गलती नौकरशाहों ने कीऔर छात्रों का भविष्य हुआ खाक !
RPSC की गलती का खामियाजा उन अभ्यर्थियों को भुगतना
पड़ रहा है..जिन्होंने RAS की मेन
परीक्षा पास कर ली है...लेकिन फिर भी उनकी ज्वाईनिंग नहीं हो पाएगी। क्योंकि
परीक्षा परिणामों को कोर्ट में चुनौती दी गई है...जिसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर
रिजल्ट को दोबारा घोषित करने को कहा गया है। लेकिन पेंच यहां फंसा हुआ कि अगर बदले
पैटर्न पर दोबारा रिजल्ट घोषित हुए तो अब याचिका उन अभ्यर्थियों की तरफ से दायर
होगी, जो पिछली परीक्षा के परिमाण के बाद सुनहरे ख्वाब देख रहे थे...लेकिन अब तक
की हकीकत ये है कि तीन साल में RPSC एक भी अफसर नहीं बना पाई...।
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